चोलाई और मेथी के अलावा पोई की पत्तियां भी शरीर को भरपूर पोषण प्रदान करती है। इसका सेवन करने से डाइजेशन बूस्ट होता है। साथ ही इसमें सूजनरोधी और दर्दरोधी गुण भी पाए जाते है। देशभर में अलग अलग तरह से इन पत्तियों को पकाकर सेवन किया जाता है।
शरीर में आयरन और फासफोरस की कमी को पूरा करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने की सलाह दी जाती है। पाचली, चोलाई और मेथी के अलावा पोई की पत्तियां भी शरीर को भरपूर पोषण और स्वस्थ शरीर प्रदान करता है। इसे साग रूप में तैयार करने के अलावा पकौड़े और चाट बनाने के लिए प्रचुर मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है। पाचन को मज़बूत बनाने में मददगार इस हरी पत्तेदार सब्जी से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। अगर आप भी जाती सर्दी में साग का आंनद लेना चाहती हैं, तो पोई की पत्तियां बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। पहले जान लें पोई के फायदे और उसे पकाने का तरीका भी (Poi leaves recipes)।
यूं तो पोई साग को पुई साक और मैंगलोर पालक कहा जाता है। इसके अलावा इन पत्तियों को मायालू, मायालू भाजी और सीलोन पालक व मालाबार पालक समेत कई नामों से पुकारा जाता है। यह बेसेलेसी परिवार का सदस्य है और इसका वैज्ञानिक नाम बसल्ला अल्बा है। देशभर में अलग अलग तरह से इन पत्तियों को पकाकर सेवन किया जाता है (Poi leaves recipes)।
एक्सपर्ट भी करते हैं पोई के पत्तों को खाने की सिफारिश (Poi leaves recipes)
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ अंकुर तंवर बताते हैं कि इस सब्जी (Poi leaves recipes) का आयुर्वेदिक नाम पोतकी है। इसमें कैल्शियम, आयरन और फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे हड्डियों को मज़बूती मिलती है और इम्यून सिस्टम को फायदा मिलता है। वे लोग जो दस्त से ग्रस्त है, उनके लिए भी लाभकारी है। इसका सेवन करने से डाइजेशन बूस्ट होता है। साथ ही सूजनरोधी और दर्दरोधी गुण भी पाए जाते है। इससे घुटनों का दर्द दूर होता है और महिलाओं में फर्टिलिटी बढ़ती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार मालाबार पालक यानि पोई के साग (Poi leaves recipes) में क्वेरसेटिन, प्रोटोकैटेच्यूइक एसिड और फेरुलिक एसिड पाया जाता है। इसमें कई प्रकार के विटामिन और मिनरल पाए जाते है, जिससे बायोलॉजिकल सेल साइकलिंग बनी रहती है। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स शरीर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं।
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पोई के पत्तों से मिलने वाले फायदे (Poi leaves benefits for health)
1. शरीर को रखे हाइड्रेट
यूएसडीए के अनुसार 100 ग्राम पके हुए मालाबार पालक (Poi leaves recipes) में 92.5 ग्राम पानी की मात्रा पाई जाती है। इससे शरीर में निर्जलीकरण का खतरा कम होने लगता है और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बना रहता है। इसमें क्लोरीन की भी मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में सोडियम और पोटेशियम के साथ मिलकर कार्य करते हैं।
2. हृदय रोगों को करे दूर
आहार में पोई का साग (Poi leaves recipes) शामिल करने से शरीर को पोटेशियम, फासफोरस और आयरन की प्राप्ति होती है। मिनरल्स से भरपूर इस साग का सेवन करने से खून की कमी पूरी होती है और हृदय रोगों का खतरा टल जाता है। इसमें टोकोफेरोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट और अनसेचुरेटिड फैटी एसिड की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंति बना रहता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हल हो जाती है। को कम करते हैं और उच्च रक्तचाप और हृदय आघात के जोखिम को कम करते हैं।
3. डाइजेशन को करे बूस्ट
इसमें मौजूद लैक्सेटिव गुण गट की लाइनिंग को हेल्दी बनाकर दस्त और कब्ज की समस्या को हल करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण शरीर में बढ़ने वाली सूजन को दूर करके पाचनतंत्र को मज़बूती प्रदान करते हैं। इस पत्तेदार सब्जी के कोमल तने में जिलेटिनस या म्यूसिलेजिनस जैसे जज्व होते हैं, जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ को फायदा मिलता है।
4. डिप्रेशन को करे दूर
इसका सेवन करने से शरीर को मैग्नीशियम और पोटेशियम की प्राप्ति होती हैं, जिससे तनाव और एंग्ज़ाइटी से राहत मिलती है। इसमें प्रचुर मात्रा में मौजूद विटामिन और मिनरल मानसिक स्वास्थ्य को उचित बनाए रखने में मदद करते है और डिप्रेशन के लक्षणों से राहत मिलती है।
5. खून की कमी करे दूर
आयरन से भरपूर इस सुपरफूड से शरीर में आक्सीज़न की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य उचित बना रहता है। साथ ही रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ जाती है। इससे हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ने लगता है और बॉडी फंक्शनिंग नियमित बनी रहती है।
पोई का कैसे करें सेवन (Poi leaves recipes)
1. पोई का साग
सरसों, चौलाई और मेथी के समान पोई की पत्तियों को धोकर काट लें और साग तैयार कर लें। इसके पोषण को बढ़ाने के लिए अदरक, लहसुन, प्याज और हरी मिर्च को एड कर लें। इससे स्वाद बढ़ने लगता है और पाचनतंत्र भी मज़बूत बन जाता है।
2. रायते में करें एड
इसके लिए पोई की पत्तियों को उबालकर मुलायम कर लें। अब उसे बारीक काट लें और दही को ब्लैंड करके उसमें डाल दें। इसके अलावा दही में अनार के दाने और स्वादानुसार नमक, काली मिर्च, भुना जीरा और गुड़ की चटनी मिला सकते हैं।
3. पत्तियों से बनाएं काढ़ा
इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने के लिए पोई की पत्तियों को पानी में उबालकर छान लें। आप चाहें, तो इसमें फ्लेवर एड करने के लिए दालचीनी को एड कर सकते हैं। सप्ताह में दो बार इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है।
4. सैलेड बनाएं
बेबी टोमेटो, मालाबार स्पिनेच, गाजर, शिमला मिर्च और प्याज को पैन में ऑलिव ऑयल में डालकर हल्का पकाने के बाद सैलेड का सेवन करें।