उन मुश्किल दिनों में अक्सर दर्द का सामना करना पड़ता है। मगर पीरियड पेन की शिकायत दूर करने के लिए पर्सनल हाइजीन को बनाए रखने के अलावा कुछ ऐसी टिप्स को भी फॉलो करना चाहिए, जो आपको आराम पहुँचाने में मददगार साबित होती हैं।
पीरियड्स के दिनों में ज़्यादातर महिलाओं को दर्द, उलझन और असहजता का सामना करना पड़ता है। अक्सर इस दिनों में ऐंठन के अलावा ब्लोटिंग या मूड स्विंग की समस्या बनी रहती है। ऐसे में दर्द से राहत पाने के लिए दवा और कुछ घरेलू नुस्खों का सेवन किया जाता है। दरअसल, इन दिनों में बढ़ने वाली दर्द की शिकायत दूर करने के लिए पर्सनल हाइजीन को बनाए रखने के अलावा कुछ ऐसी टिप्स भी हैं जो आपको आराम पहुँचाने में मददगार साबित होती हैं। अगर आप पीरियड पेन से बचना चाहती हैं, तो इन 10 चीजों से बचें (Things to avoid during periods)।
पीरियड पेन से बचने के लिए इन 10 चीजों की लें मदद (Things to avoid during periods)
1. सॉल्ट क्रेविंग
पीरियड्स के दौरान होने वाले ऐंठन को कम करने के लिए नमक वाले खाद्य पदार्थ से परहेज करें। ये आपके ऐंठन को और बढ़ा सकते हैं और पेट में सूजन का कारण बनने लगते है, जिससे तकलीफ़ बढ़ सकती है। बहुत ज़्यादा नमक खाने से ब्लोटिंग का जोखिम बढ़ जाता है। दरअसल, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में सोडियम की बहुत ज़्यादा मात्रा होती है, जो आपके लक्षणों को और खराब कर सकता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार अत्यधिक सोडियम से वॉटर रिटेंशन का जोखिम बढ़ जाता है और पाचनतंत्र प्रभावित होने लगता है।

2. बहुत अधिक कॉफी पीना
अधिक कॉफी पीना पीरियड्स के दौरान नुकसान का कारण साबित होता है। उच्च कैफीन सामग्री आपके दर्द को बढ़ा सकती है और स्तन कोमलता में भी योगदान दे सकती है। कैफीन की क्रेविंग को शांत करने के लिए हेल्दी पेय पदार्थों से उसे रिप्लेस करें। जर्नल ऑफ तैबा यूनिवर्सिटी मेडिकल साइंसेज के अनुसार कैफीन के बहुत अधिक सेवन से लंबे समय तक हैवी पीरियड्स और ऑलिगोमेनोरिया या असामान्य मासिक धर्म हो सकता है।
3. डौश का इस्तेमाल
अक्सर इचिंग और हैवी ब्लीडिंग के कारण पर्सनल हाइजीन को बनाए रखने के लिए पीरियड्स के दौरान डौश का इस्तेमाल किया जाता है। ये स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। इससे वेजाइना में संक्रमण और एसटीडी विकसित होने का जोखिम बढ़ने लगता है। एपिडेमियोलॉजिक रिव्यूज़ में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि डूशिंग कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज से भी जुड़ी है।
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4. पूरे दिन एक ही सैनिटरी पैड पहनना
एक ही सैनिटरी पैड को बहुत लंबे समय तक पहनना स्वास्थ्य संबधी समस्याओं को बढ़ा सकता है। पीरियड्स के दौरान सबसे बुनियादी कामों में से एक है एक ही टैम्पोन या पैड को 4 से 6 घंटे से ज़्यादा इस्तेमाल न करें। लंबे समय तक एक ही पैड पहनने के साइड इफ़ेक्ट का जोखिम बढ़ जाता हैं। इससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो दुर्गंध पैदा करते हैं। इससे स्किन पर रैशेज़ और टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम का जोखिम बढ़ जाता है। कैनेडियन जर्नल ऑफ़ इंफेक्शियस डिजीज़ एंड मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार टीएसएस बैक्टीरिया लंबे समय तक उच्च अवशोषण क्षमता वाले टैम्पोन के इस्तेमाल से होता है।

5. वैक्सिंग या शेविंग
बालों को हटाना भी मासिक धर्म के दौरान चोट के जोखिम को बढ़ाने का कारण बन सकता है। पीरियड्स के दौरान शेविंग की वजह से आपको कट लग जाता है, तो इससे संक्रमण बढ़ सकता है। दर्द और परेशानी के जोखिम को कम करने के लिए पीरियड्स के एक सप्ताह के बाद ही शेविंग की योजना बनाएँ।
6. असुरक्षित सेक्स करना
इस दौरान अनसेफ सेक्स करने से बचना चाहिए। अगर आप । साफैमिली प्लानिंग कर रहे हैं, तो इस तरह का जोखिम उठाने से बचना चाहिए। ऐसे में सुरक्षित सेक्स भी एसटीडी से बचने का एक आसान तरीका है। पीरियड्स हो या न हो, संक्रमण और एसटीडी से दूर रहने के लिए हमेशा सुरक्षित सेक्स करें।
7. धूम्रपान
मुश्किल दिनों में ऐंठन से राहत पाने के लिए सिगरेट पीने से बचें। दरअसल, धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, लेकिन जो महिलाएं अपने पीरियड्स के दौरान धूम्रपान करती हैं, उन्हें गंभीर दर्द का अनुभव होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में स्मोकिंग करने से बचे।।

8. बिना पैड के सोना
आपको लगता होगा कि बिना पैड के सोना आरामदायक हो सकता है, लेकिन ये रैशेज़ और असुविधा का कारण साबित होता है। ऐसे में रात में सोते समय पैड की जगह मेंस्ट्रुअल कप पहनना शुरू कर सकते हैं। अगर ब्लड का फ्लो हैवी है, तो उसके लिए सैनिटरी पैड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
9. ब्रेस्ट टेस्ट के लिए जाना
जब आप मासिक धर्म में होती हैंए तो आपके हार्मोन स्तर में उतार चढ़ाव आने से स्तनों में असामान्यताओं का पता लगाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में अपने पीरियड्स के बीच में ब्रेस्ट टेस्ट से बचना सबसे ज़रूरी है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ रेडियोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार मासिक धर्म चक्र के दौरान, प्रत्येक स्तन का वॉल्यूम औसतन 76 मिलीलीटर बदलता है।
10. जंक फ़ूड का सेवन
अधिक प्रोसेस्ड फूड ऊर्जा स्तर को प्रभावित करता है, जिससे व्यवहार में सुस्ती और चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता है। जंक फ़ूड खाने से बचें। इससे पेट फूलना और बेचैनी जैसी समस्याएँ बढ़ जाती हैं। पीरियड्स के दौरान जंक फ़ूड से बचना चाहिए।
डॉक्टर को कब दिखाएं
अगर पीरियड्स एक हफ़्ते से ज़्यादा समय तक रहता है।
अत्यधिक रक्तस्राव का होना और कमज़ोरी का महसूस होना
तीन महीने से ज़्यादा समय तक अनियमित पीरियड्स।
लगातार होने वाली पीरियड पेन जो आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करता है।
पीरियड्स के दौरान क्या कर सकते हैं (What can you do during periods)
अमूमन सभी महिलाओं को इस बात की जानकारी होती है कि पीरियड्स के दौरान किन चीज़ों से बचना चाहिए। गर्म पानी से नहाने से लेकर हाइड्रेटेड रहने, वर्कआउट करने और सही खाना खाने तक, ऐसी कई चीज़ें हैं जो आपको पीरियड्स के दौरान बेहतर महसूस करने में मदद करेंगी।