अगर आपके पीरियड्स अनियमित हैं, मतलब कभी 35 दिन बाद, कभी 2 महीने तक नहीं, या बहुत हल्के या बहुत ज्यादा भारी आते हैं तो ये सिर्फ स्ट्रेस या थकावट का नहीं, PCOS का भी संकेत हो सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि PCOS में अंडा समय पर नहीं बनता, जिससे पूरा मेंसुरल साइकिल बिगड़ जाता है. आपको भी अगर 2–3 महीने तक लगातार पीरियड्स न आएं, या बहुत भारी और लंबे समय तक आते हों, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं.
आप ठीक से खा रही हैं, एक्सरसाइज भी कर रही हैं, लेकिन फिर भी वजन बढ़ता जा रहा है. खासकर पेट के आस-पास चर्बी जम रही है.यह इंसुलिन रेजिस्टेंस की वजह से हो सकता है, जो PCOS में बहुत आम है. इसमें शरीर शुगर को सही तरह से प्रोसेस नहीं कर पाता, और वजन तेजी से बढ़ने लगता है. अगर थोड़ी-सी डाइट खाने पर भी वजन बढ़ता है, या पुराने कपड़े फिट नहीं आ रहे, तो इसे हल्के में न लें.
अगर आपके चेहरे पर खास कर ठुड्डी, ऊपरी होंठ या छाती पर मोटे, काले बाल उगने लगे हैं तो ये हार्मोन गड़बड़ी का सीधा संकेत है. PCOS में शरीर में एंड्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे महिलाओं में भी पुरुषों जैसी बालों की ग्रोथ होने लगती है. अगर बार-बार वैक्सिंग या शेविंग करनी पड़ रही हो, तो बालों की जड़ में नहीं, हार्मोन में दिक्कत हो सकती है.
पिंपल्स वैसे तो किसी को भी हो सकते हैं, पर अगर ये बार-बार ठोड़ी, जबड़े या गर्दन पर हो रहे हों और कोई भी क्रीम, दवा या घरेलू नुस्खा काम न करें. तो यह PCOS का संकेत हो सकता है.इसका कारण भी शरीर में बढ़े हुए एंड्रोजन हार्मोन है. जो स्किन को जरूरत से ज्यादा ऑयली बना देते हैं. अगर टीन एज के बाद भी पिंपल्स पीछा नहीं छोड़ रहे, तो हार्मोन टेस्ट जरूर करवाएं.
एक तरफ जहां PCOS अनचाहे बालों की समस्या लाता है, वहीं दूसरी तरफ सिर के बालों को पतला और कमजोर भी कर देता है. अगर आपकी पोनीटेल पहले से पतली हो गई है, या बाल झड़ने की रफ्तार अचानक बढ़ गई है, तो इसे उम्र या स्ट्रेस की वजह नहीं हैं. ब्रश करते वक्त बहुत ज्यादा बाल झड़ने या सिर का हिस्सा साफ दिखने लगे, तो हार्मोन चेक करवाएं.
अगर आपकी स्किन के कुछ हिस्से जैसे गर्दन के पीछे, बगलों या कमर पर गहरे या वेलवेट जैसे पैच दिखने लगे हैं तो ये सिर्फ स्किन प्रॉब्लम नहीं, बल्कि आपके शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस का अलार्म है. इसे मेडिकल भाषा में Acanthosis Nigricans कहते हैं और यह PCOS से सीधा जुड़ा हुआ होता है. इन पैचेज को नजरअंदाज न करें. ये शुगर और हार्मोन दोनों के इंबैलेंस की निशानी हो सकते हैं.
PCOS के कारण महिलाओं में ओव्युलेशन यानी अंडा बनना नियमित नहीं होता, जिससे प्रेग्नेंसी में दिक्कत आ सकती है. अगर आप लंबे समय से कोशिश कर रही हैं लेकिन परिणाम नहीं मिल रहा, तो यह भी PCOS के कारण हो सकता है. अगर 6-12 महीने की कोशिश के बाद भी कंसीव न हो, तो फर्टिलिटी एक्सपर्ट से जांच करवाएं.
PCOS सिर्फ फिजिकली नहीं, मेंटली असर भी डालता है. कई बार इसका असर, हमेशा थकान महसूस होना,मन बिना वजह उदास रहना, मूड स्विंग्स होना, नींद न आना या बहुत ज्यादा नींद आने में भी दिख सकता है. ये लक्षण दिखें, तो हो सकता है कि आपके शरीर के साथ-साथ हार्मोन भी मदद के लिए जरूरी हैं.
Published at : 21 Oct 2025 04:03 PM (IST)
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