Kitchen Items With Microplastics : मॉडर्न किचन में प्लास्टिक का इस्तेमाल काफी ज्यादा बढ़ गया है. किचन में इस्तेमाल होने वाली कई चीजें प्लास्टिक की होती हैं. पानी की बोतल से लेकर खाने की करीब-करीब सभी चीजें प्लास्टिक कंटेनर में स्टोर की जा रही हैं. देखने में ये प्लास्टिक भले ही हानिकारक न लगे लेकिन धीरे-धीरे जहर बनकर हमारे खून में घुल रहे होते हैं.
आंखों से न दिखने वाले ये छोटे-छोटे कण (Microplastics) किडनी और लिवर को खराब कर रहे हैं, जो कैंसर का कारण भी बन सकते हैं. ऐसे में एक अपने किचन से इन 5 आइटम्स की तुरंत छुट्टी कर देनी चाहिए.
क्या सचमुच किचन में माइक्रोप्लास्टिक्स होता है
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ़ द नेशनल एकेडमी ऑफ़ साइंसेज में पब्लिश एक रिसर्च में पाया गया कि एक लीटर पानी की प्लास्टिक की बोतल में 2,40,000 नैनोप्लास्टिक पाए जाते हैं. साइंस ऑफ द टोटल एनवायरनमेंट जर्नल में पब्लिश 2024 के एक स्टडी के अनुसार, माइक्रोप्लास्टिक हमारे रसोई घर से भी शुरू हो सकता है, जहां खा बनाया जाता है.
किचन की इन 5 आइटम्स में माइक्रोप्लास्टिक्स
1. प्लास्टिक कंटेनर
हमारे घरों में प्लास्टिक के कंटेनरों और पानी की बोतलों का खूब इस्तेमाल होता है. गर्म खाना या ड्रिंक जब प्लास्टिक के कंटेनर में रखा जाता है, तो इससे माइक्रोप्लास्टिक कण निकलकर भोजन में मिल जाते हैं और शरीर में पहुंच जाते हैं. इसलिए कांच, स्टील या सेरामिक कंटेनर का इस्तेमाल करें. प्लास्टिक के बर्तनों में गर्म खाना रखने से बचें.
2. पुराने प्लास्टिक के बर्तन
प्लास्टिक के बर्तन शरीर में माइक्रोप्लास्टिक के पहुंचने को तेज कर सकते हैं. 2024 के अध्ययन में, लूशर और यूके और नॉर्वे के शोधकर्ताओं ने पुराने या नए प्लास्टिक के बर्तनों में जेली तैयार की. उन्होंने पानी गर्म किया, जेली के मिश्रण को हिलाया, उसे इकट्ठा किया, ठंडा किया और टुकड़ों में काटा. जबकि नए प्लास्टिक के बर्तनों से तैयार जेली में हर सैंपल करीब 9 माइक्रोप्लास्टिक कण थे, पुराने प्लास्टिक के बर्तनों से बनी जेली में करीब 16 थे.
घिसे-पिटे प्लास्टिक के बर्तनों से बनी जेली में नए बर्तनों से तैयार जेली की तुलना में 78 प्रतिशत अधिक माइक्रोप्लास्टिक होता है. इसलए स्टेनलेस स्टील, लोहा, सिरेमिक कुकवेयर और कांच के बर्तनों का इस्तेमाल सबसे अच्छा है. टेफ्लॉन और पुराने नॉन-स्टिक कुकवेयर से भी बचना चाहिए.
3.चॉपिंग बोर्ड
प्लास्टिक के चॉपिंग बोर्ड माइक्रोप्लास्टिक का एक प्रमुख स्रोत हो सकता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि जब आप प्लास्टिक कटिंग बोर्ड पर खाना काटते हैं, खासकर मांस, तो आप अपने भोजन में 196 माइक्रोप्लास्टिक कण शामिल कर सकते हैं. ऐसा चाकू और प्लास्टिक के बीच घर्षण के कारण होता है. इससे बचने के लिए बांस या लकड़ी के कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल शुरू करें.
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4. प्लास्टिक जार के साथ ब्लेंडर
प्लास्टिक जार के साथ ब्लेंडर का इस्तेमाल करने में घर्षण होता है, जिससे बड़ी मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक निकल सकता है. जर्नल ऑफ़ हैज़र्डस मटीरियल्स में पब्लिश एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि ब्लेंडिंग के सिर्फ़ 30 सेकंड में अरबों प्लास्टिक कण निकल जाते हैं. यह खास तौर से तब चिंताजनक होता है जब स्मूदी या फ्रोजन ड्रिंक्स बनाते हैं, जिसमें बर्फ़ या सॉलिड फूड कीजरूरत होती है. इसलिए प्लास्टिक ब्लेंडर की बजाय ग्लास जार वाले ब्लेंडर का ही इस्तेमाल करें.
5. बर्तन धोने वाला स्पंज
साफ-सफाई वाला स्पंज भी बेहद खतरनाक होता है. इससे बर्तन धुलते समय माइक्रोप्लास्टिक कण स्पंज से टूटकर आपके किचन तक पहुंच जाते हैं. अगर इन्हें धोया भी जाए तो ये कण पानी के जरिए पर्यावरण में चले जाते हैं औऱ फिर किसी न किसी माध्यम से आप तक वापस पहुंच जाते हैं. इसलिए सिंथेटिक स्पंज के बजाय सेल्यूलोज या अन्य बायोडिग्रेडेबल से बने स्पंज का इस्तेमाल करना चाहिए.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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