व्लादिमीर पुतिन के हेल्थ को लेकर कई तरह के अटलें लगाई जा रही हैं क्योंकि यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा है कि पुतिन ‘जल्द ही मर जाएंगे.’ कई मीडिया रिपोर्टों में इस बात का दावा किया जा रहा है कि से रूसी नेता को कैंसर और पार्किंसंस जैसी गंभीर बीमारी हो गई है. वहीं क्रेमलिन ने इस तरह की खबरों से इंकार किया है. कई रिपोर्टों में पुतिन के पब्लिक प्लेस में कांपते हुए हाथ-पैर और फूली हुई शक्लें दिखाना उनकी स्वास्थ्य के बारे में चिंताएं बढ़ाता हैं. पुतिन द्वारा कई बार बॉडी डबल का इस्तेमाल करने के आरोप भी उठे.
व्लादिमीर पुतिन को हो सकती है ये गंभीर बीमारी
एम 16 के पूर्व प्रमुख सर रिचर्ड डियरलोव ने एक बार कहा था, उनकी चिकित्सा में कुछ बुनियादी गड़बड़ है… शायद पार्किंसंस, जिसके अलग-अलग लक्षण. अलग-अलग रूप और अलग-अलग गंभीरता है. पुतिन को रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के साथ अपनी बैठक के दौरान मेज को पकड़ते हुए देखा गया था. जिससे चर्चा शुरू हो गई थी कि उन्हें न्यूरोलॉजिकल की बीमारी हो सकता है.
एक पब्लिक फंक्शन के दौरान पुतिन के पैर काफी ज्यादा हिल रहे थे.बेलारूसी नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ उनकी बैठक को दिखाते हुए व्लादिमीर पुतिन को अपने शरीर को कसकर मुट्ठी में जकड़ते हुए देखा गया था. ऐसी भी खबरें थीं कि पुतिन कैंसर से पीड़ित हैं जो तेजी से बढ़ रहा है या उन्हें ब्रेन ट्यूमर है.
पार्किंसंस बीमारी के लक्षण
पार्किंसंस बीमारी में शरीर के मांसपेशियों में मैसेज भेजने वाले न्यूरॉन्स कमजोर पड़ने लगते हैं. एक समय के बाद यह काफी ज्यादा खतरनाक रूप ले लेते हैं. यह बीमारी मांसपेशियों के कंट्रोल, बैलेंस और एक्टिविटी को काफी ज्यादा हद तक बुरा असर डालता है. जिसके कारण सोचने, समझने की शक्ति एकदम खत्म हो जाती है. आम बोलचाल की भाषा में यह कह सकते हैं कि यह दिमाग पर काफी ज्यादा बुरा असर डालता है.
इस बीमारी में डोपामाइन केमिकल की शरीर में कमी होने लगती है
60 साल की उम्र के बाद यह बीमारी अक्सर शुरू हो जाती है. हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों को यह बीमारी ज्यादा होती है. यह एक दिमाग से जुड़ी बीमारी है. इस बीमारी में डोपामाइन नाम का केमिकल की शरीर में कमी होने लगती है. जिसके कारण शरीर में एक्टिविटीज स्लो होने लगते हैं. इसके साथ ही शरीर में कंपन होने लगता है. यह बीमारी डिमेंशिया और डिप्रेशन से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
ब्रेन ट्यूमर के प्रकार
ब्रेन ट्यूमर के अलग- अलग प्रकार होते हैं. कुछ ब्रेन ट्यूमर कैंसर मुक्त होते हैं. कुछ ब्रेन ट्यूमर कैंसर होते हैं. ब्रेन ट्यूमर अगर आपके ब्रेन से शुरू होता है तो उसे प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर कहते हैं. यदि शरीर के दूसरे अंग से शुरू होकर ब्रेन तक पहुंचता है तो उसे सेकेंडरी या मेटास्टैटिक ब्रेन ट्यूमर कहते हैं.
ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण
पहले सिर में लगातार हल्का दर्द रहना
समय के साथ सिर के दर्द का अधिक बढ़ना
चक्कर आना, उल्टी आना
आखों की रोशनी कम होना. या धुंधला दिखाई देना, हर चीज डबल दिखना
हमेशा हाथ- पैर में सनसनी होना
कोई भी चीज याद करने में समस्या होना
बोलने या समझने में परेशानी
सुनने, स्वाद या स्मेल में दिक्कत होना
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मूड स्विंग होना
लिखने या पढ़ने में प्रॉब्लम
चेहरे, हाथ या पैर में कमजोरी
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