एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स के उपाय,- acidity aka acid reflux ke upay

खानपान में होने वाली गलतियां हार्टबर्न का कारण साबित होती है। अक्सर लोग तला हुआ और मसालेदार खाना पसंद करते हैं, जो शरीर में एसिडिटी की समस्या को बढ़ा देता है। एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स को कम करने के लिए इन घरेलू उपचारों की मदद लें।

अधिकतर लोग खाना खाने के बाद एसिड रिफ्लक्स का सामना करते हैं, जिससे सीने में जलन और भारीपन महसूस होने लगता है। मसालेदार खाना खाने और वर्कआउट की कमी कहीं न कहीं एसिडिटी का कारण साबित होती है। ऐसी स्थिति में पेट का एसिड एसोफैगस की ओर बढ़ता है, जो असुविधा का कारण साबित होता है। हांलाकि इस पाचन समस्या को कम करने के कई प्राकृतिक तरीके हैं। ऐसे में एसिड रिफ्लक्स के लिए इन घरेलू उपचारों की मदद लें (acidity aka acid reflux home remedies) ।

एसिड रिफ्लक्स किसे कहते हैं (What is Acid reflux)

डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि खानपान में होने वाली गलतियां हार्टबर्न का कारण साबित होती है। अक्सर लोग तला हुआ और मसालेदार खाना पसंद करते हैं, जो शरीर में एसिडिटी की समस्या को बढ़ा देता है। इस स्थिति में जब पेट का एसिडिक कंटेंट एसोफेगस में वापस चला जाता है, तो जलन, उल्टी और ऐंठन का कारण साबित होता है (acidity aka acid reflux home remedies)। ओवरइटिंग और खाना खाने के बाद लेटना इस समस्या को ट्रिगर करता है।

Acidity se kaise raahat paayein
ओवरइटिंग और खाना खाने के बाद लेटना इस समस्या को ट्रिगर करता है। चित्र अडोबी स्टॉक

एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स से छुटकारा पाने की 8 होम रेमेडीज (home remedies to deal with acidity or acid reflux)

1. अदरक का अर्क

पाचन तंत्र को शांत करने में मददगार अदरक में एंटी इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं। जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन की रिपोर्ट के अनुसार अदरक पेट के एसिड उत्पादन को कम करता है (acidity aka acid reflux home remedies)। एसिडिटी का अनुभव करने पर अदरक को मुह में रखकर चूसना या फिर उसके अर्क को शहद में मिलाकर पीने से फायदा मिलता है। इसके अलावा अदरक की चाय भी समस्या को हल कर देती है।

2. लौंग है फायदेमंद

खाना खाने के बाद लौंग का सेवन करने से पाचनतंत्र उत्तेजित हो जाता है। इसमें मौजूद एक्टिव कंपाउड यूजेनॉल पेट की अम्लता को कम करके और जलन को शांत करने में मदद करता है (acidity aka acid reflux home remedies)। इससे शरीर को विटामिन, मिनरल और अमीनो एसिड की प्राप्ति होती है। ये कंपाउड शरीर को डिटॉक्स करने और पाचन का समर्थन करने में मदद करते हैं।

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3. एलोवेरा जूस

जर्नल ऑफ न्यूरोगैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड मोटलिटी के रिसर्च के अनुसार एलोवेरा जूस पाचन में मदद करता है और एसिड रिफ्लक्स जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल मुद्दों के लक्षणों को कम कर सकता है (acidity aka acid reflux home remedies)। दरअसल, एलोवेरा गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग लक्षणों को के कम करने के लिए एक प्रभावी उपाय भी है।

हेल्दी जूस का सेवन करने से गट और लिवर डिटॉक्स में मदद मिलती है। चित्र- अडोबी स्टॉक। चित्र:शटरस्टॉक

4. खट्टे फल खाने से बचें

खट्टे फलों की जगह अपने आहार में खरबूजे, केले, सेब और नाशपाती शामिल करें। ये फल पेट की लाइनिंग को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं और एसिड रिफ्लक्स से राहत प्रदान करते हैं। इनसे शरीर को ज़रूरी विटामिन और मिनरल मिल जाते हैं। वे समग्र पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं और एसिडिटी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।

5. नारियल का पानी

नारियल पानी की गिनती नेचुरल अलकलाइन में की जाती है, जो पेट के एसिड के दुष्प्रभाव को कम कर देता है। लो फैट्स के अलावा एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और पोटेशियम का उच्च स्तर पाया जाता है। ये शरीर को हाइड्रेटेड रखने और पाचन स्वास्थ्य को उचित बनाए रखने में मदद करता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व से इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बना रहता है।

6. प्रोबायोटिक्स का करें सेवन

एसिड रिफ्लक्स तब होता है जब आपके पेट से एसिड आपके एसोफैगस को वापस आता है। इससे एसोफैगस को नुकसान पहुंचता है। ऐसे में प्रोबायोटिक्स का सेवन लाभकारी बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं जो आंत माइक्रोबायोटा में संतुलन को बहाल करने में मदद करते हैं। इसके लिए आहार में दही अचार और केफिर को शामिल करें।

प्रोबायोटिक्स का सेवन लाभकारी बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करते हैं चित्र : शटर स्टॉक

7. केला खाएं

केले का सेवन करने से शरीर को पोटेशियम की प्राप्ति होती है, जिससे एसिडटी की समस्या हल होती है और पाचन में भी सुधार होता है। रोज़ाना पका हुआ केला खाने से शरीर में बढ़ने वाली एसिड रिफ्लक्स की समस्या हल हो जाती है।

8. अजवाइन को पानी में उबालकर पीएं

गैस्ट्रिक समस्या को दूर करने के लिए अजवाइन को पानी में उबाल लें और उसका खाली पेट सेवन करें। इसमें मौजूद थाइमोल की मात्रा गैस्ट्रिक जूसिज़ की समस्या को हल करने में मदद करती है। खाली पेट अजवाइन के पानी का सेवन करते हैं, तो ये आंत में एंजाइम को सक्रिय करते है, जो बेहतर पाचन में मदद करते है।

चलते–चलते

एसिडिटी की समस्या बढ़ने से अक्सर लोगों को छाती में भारीपन, पेट में दर्द, गैस और ब्लोटिंग का सामना करना पड़ता है। देर तक इस समस्या का सामना करने पर अक्सर लोग दवाओं का रूख करते है। मगर उपर दिए गए आसान नुस्खे पाचनतंत्र को मज़बूत बनाए रखने के अलावा एसिड रिफ्लक्स की समस्या को दूर करने में भी मददगार है। इन नुस्खों को अपनाने से मेटाबॉलिज़म बूस्ट होने लगता है, जिससे कैलोरी स्टोरेज से भी बचा जा सकता है।

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