तनाव और चिंता का सीधा असर हमारे पेट पर पड़ता है, इसके कारण कब्ज, एसिडिटी और डायरिया जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। जब हमारे मन मीनाधिक तनाव होता है, तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है और पेट की समस्याएं बढ़ जाती हैं।
“हेल्दी गट हैप्पी माइंड” ये कहावत बिल्कुल सही है। हमारा पाचन तंत्र और दिमाग एक-दूसरे से जुड़ा होता है, जिसे गट-ब्रेन कनेक्शन कहा जाता है। जब हमारा पेट स्वस्थ रहता है, तो शरीर में सही मात्रा में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो न केवल भोजन पचाने में मदद करते हैं बल्कि मूड को भी बेहतर बनाते हैं।”
“तनाव और चिंता का सीधा असर हमारे पेट पर पड़ता है, इसके कारण कब्ज, एसिडिटी और डायरिया जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। जब हमारे मन मीनाधिक तनाव होता है, तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है और पेट की समस्याएं बढ़ जाती हैं (gut-brain connection)।”
अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल, कानपुर, जनरल सर्जरी एंड गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. साद अनवर ने इस विषय से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं, तो आईए जानते हैं, इस पर क्या है एक्सपर्ट की राय (gut-brain connection)।
डॉ. साद अनवर के अनुसार “दूसरी ओर, अगर हमारा खान-पान सही हो, प्रोबायोटिक्स और फाइबर युक्त भोजन लें, और रोजाना एक्सरसाइज करें, तो पेट भी अच्छा रहेगा और मन भी शांत रहेगा। योग और ध्यान से स्ट्रेस कम होता है, जिससे पेट पर सकारात्मक असर पड़ता है (gut-brain connection)। यानी, अगर पेट ठीक है, तो मन अच्छा रहता है, और अगर मन शांत है, तो पाचन बेहतर होता है। इसलिए, खुश रहने के लिए अपने पेट का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।”
यह भी पढ़ें
एक स्वस्थ मानसिक स्वास्थ्य के लिए पाचन स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है, पाचन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें।
स्वस्थ पाचन क्रिया के निर्माण में हेल्दी डाइट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें, इससे खाद्य पदार्थ आसानी से पच जाते हैं और पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होती। फल, सब्जी, अनाज, नट्स और सीड्स को अपनी नियमित डाइट का हिस्सा बनाएं।
ज्यादातर फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में प्रोबायोटिक मौजूद होते हैं, जो एक प्रकार के हेल्दी बैक्टीरिया है और आपकी आंतों की सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं। योगर्ट, कोमबुचा, किमची, अचार आदि जैसे फर्मेंटेड सुपरफूड्स को अपनी नियमित डाइट का हिस्सा बनाएं।
अपनी नियमित डाइट से फ्राइड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को बाहर निकाल दें। क्योंकि इससे पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से स्ट्रेस और एंजायटी ट्रिगर हो सकते हैं। इस तरह के खाद्य पदार्थों को अनहेल्दी माना जाता है, जो न केवल आपके पाचन को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बढ़ा सकते हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर अपने बॉडी को हाइड्रेटेड रखें। हाइड्रेशन पाचन क्रिया को नियमित रहने में मदद करती है, जिससे खाद्य पदार्थों को पचना आसान हो जाता है और दिन प्रतिदिन आपका पाचन स्वास्थ्य बेहतर होता है।
अगर आप दिन भर बैठी रहती हैं, तो इससे आपके पाचन क्रिया पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। इसके अलावा शारीरिक स्थिरता तनाव इत्यादि को भी बढ़ा सकती है। ऐसे में अपनी पसंदीदा किसी भी शारीरिक गतिविधि में भाग लें, दिन का 30 मिनट शारीरिक गतिविधियों को करते हुए बिताने की सलाह दी जाती है।
तनाव आपकी बॉडी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है, विशेष रूप से यह पाचन संबंधी समस्या का कारण बन सकता है। इसलिए मेडिटेशन, योग और अन्य पसंदीदा गतिविधियों में भाग लेकर स्ट्रेस मैनेज करने का प्रयास करें। इससे आपको बेहतर महसूस करने में मदद मिलेगी।
रोजाना 7 से 9 घंटे की उचित नींद प्राप्त करने की सलाह दी जाती है। आजकल लाइफस्टाइल इतना ज्यादा खराब हो चुका है कि लोग रात के 3:00 बजे सोते हैं और सुबह के 12:00 बजे उठाते हैं। ऐसी प्रतिक्रियाएं आपके पाचन स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। साथ ही साथ तनाव को भी बढ़ा देती हैं। इसलिए समय पर सोएं और नींद पूरा करने का प्रयास करें।
यदि आपको किसी तरह की भावनात्मक परेशानी है, या आप अत्यधिक तनाव में है, तो इन्हें अपने ऊपर हावी न होने दे। शारीरिक गतिविधियों में भाग लें, या अपने दोस्तों से मिलकर बातें करें। साथ ही परिवार में भी कई ऐसे सदस्य होते हैं, जिनके साथ बेहतर महसूस होता है। यदि तनाव महसूस हो तो उनके साथ समय बिताए। इस तरह स्ट्रेस की स्थिति में पानी पीती रहे, ताकि आपकी बॉडी डिहाइड्रेटेड न हो। इस प्रकार आप पाचन संबंधी समस्याओं के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी संतुलित रख सकती हैं।
यह भी पढ़ें ; एडोलेसेंस सीरीज़ से हैरान हैं पेरेंट्स, साइकोलॉजिस्ट बता रहे हैं सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव से कैसे किशोरों को बचाना है
Rishi Garg offers professional consultations in health and nutrition and serves as a wellness advisor, guiding individuals toward achieving optimal health and well-being.
Wellness360 by Dr. Garg delivers the latest health news and wellness updates—curated from trusted global sources. We simplify medical research, trends, and breakthroughs so you can stay informed without the overwhelm. No clinics, no appointments—just reliable, doctor-reviewed health insights to guide your wellness journey