उम्र के साथ बीमारियों का रिस्क भी बढ़ जाता है महिलाओं को अपने घर परिवार के साथ अपनी फिटनेस पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। उन्हें 30 की उम्र पार करने के बाद कुछ मेडिकल रुटीन चेकअप करवा लेना चाहिए।
International Women’s Day 2025: हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सम्मान देना है। महिलाओं ने इतिहास में हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है, चाहे वह राजनीति हो, शिक्षा हो, विज्ञान हो या खेल का मैदान। लेकिन कई महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो अपने परिवार का ख्याल तो बेहतर ढंग से रखती हैं लेकिन अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग नहीं रह पाती हैं। इसी वजह से कई बीमारियां एडवांस स्टेज (tests for women) पर पता चलती हैं। थकान, सूजन, उल्टी, पेट खराब या फिर पीरियड्स में दर्द, ज्यादा या कम ब्लीडिंग होने जैसी परेशानीयों को हल्के में लेती हैं और वो इनका समय रहते टेस्ट नहीं कराती, जिसकी वजह से बीमारियां (Health screenings for women) का पता देरी से चलता हैं। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स उन्हें रेगुलर चेकअप करवाने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि ऐसे कौन से मेडिकल टेस्ट हैं, जो महिलाओं के लिए जरूरी हैं। जो उनको करवा लेना चाहिए।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल जयपुर की कंसल्टेंट ऑब्सट्रिक्स और गाइनेकोलॉजी डॉ. पवित्रा शर्मा महिलाओं के लिए नियमित मेडिकल टेस्ट के बारे में बात करते हुऐ बताती हैं कि महिलाओं के लिए नियमित मेडिकल टेस्ट करवाना बहुत जरूरी है, ताकि वे अपनी सेहत को स्वस्थ और सेहतमंद बनाए रख सकें।
इन मेडिकल टेस्ट में आप कुछ टेस्ट अवश्य करवाएं, जैसे कि पैप स्मीयर टेस्ट, मैमोग्राफी टेस्ट, ब्लड प्रेशर टेस्ट, और ब्लड शुगर टेस्ट, इसके अलावा, महिलाओं को अपनी हेल्थ को स्वस्थ और सेहतमंद बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए, जैसे कि चलना, दौड़ना, या योग करना और स्वस्थ आहार लेना चाहिए, जिसमें अधिक फल, सब्जियां, और साबुत अनाज शामिल हों।
इसके अलावा, पर्याप्त नींद लेनी चाहिए, जो 7-8 घंटे प्रतिदिन होनी चाहिए। इसके साथ ही अपनी सेहत का ख्याल रखें और नियमित रूप से अपने डॉक्टर से परामर्श करते रहें।
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महिलाएं इन मेडिकल टेस्ट को जरूर करवाएं (Women must get these medical tests done)
बोन डेंसिटी टेस्ट (Bone Density Test)
डॉ. पवित्रा शर्मा बताती हैं कि, एक उम्र के बाद शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल कम हो जाता है जिस कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इस टेस्ट की सहायता (tests for women) से ये पता किया जा सकता है कि हड्डियों में कैल्शियम की मात्रा कितनी है और ये मात्रा सही या नहीं, जिसकी मदद से हड्डियों को फ्रैक्चर और कमजोर होने से रोका जा सकता है। डॉक्टर आपको हड्डी मजबूत करने के लिए डाइट और दवाई दे सकते हैं।
मैमोग्राम टेस्ट (mammogram test)
महिलाओं को होने वाले कैंसर में सबसे ज्यादा रिस्क ब्रेस्ट कैंसर का होता है। इस वजह से आपको ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट जरूर कवाना चाहिए। इसलिए महिलाओं को मैमोग्राम टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए। मैमोग्राम इमेजिंग टेस्ट से ब्रेस्ट में ट्यूमर और टिश्यू की असामान्यताओं को शुरुआती चरण में ही पता लगाया जा सकता है, जिससे समय पर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचा सकता है और इसका इलाज कराया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल और बीपी टेस्ट (Cholesterol and BP Test)
हार्ट से जुड़ी बीमारियों का एक कारण बीपी और कोलेस्ट्रॉल भी हैं। इसके कारण दिल की कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है यही वजह है कि, बीपी और कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कराना जरूरी होता है। लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।
ब्लड काउंट (blood count)
सीबीसी यानी कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट (tests for women) को आपकी बॉडी की पूरी जांच के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। इसके साथ ही बढ़ती उम्र के साथ दिल की सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है। दिल से जुड़ी गंभीर और जानलेवा बीमारियों का पता लगाने के लिए हार्ट टेस्ट भी करवाना चाहिए।

थायरॉइड फंक्शन टेस्ट (Thyroid function test)
थायरॉइड लगभग हर तीसरी महिला को है इसके बढ़ते मामले चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। यही कारण है कि हर महिला को थायरॉइड की जांच जरूर करवानी (tests for women) चाहिए। इसमें थकान-कमजोरी महसूस होना, वजन बढ़ना, हेयर फॉल होना, इस तरह के कई लक्षण दिखाई देते हैं। तो आपको थायरॉइड फंक्शन टेस्ट करवा लेना चाहिए।
पैप स्मीयर टेस्ट (Pap Smear Test)
पैप स्मीयर टेस्ट सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाता है। इस टेस्ट को नियमित रूप से करवाना चाहिए, और तब ये बेहद जरूरी हो जाता है जब आपकी फैमिली हिस्ट्री में कैंसर का कोई रिकॉर्ड रहा हो। इस टेस्ट की मदद से सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षणों का पता लगाया जा सकता है और इसका समय रहते इलाज किया जा सकता है।
अल्जाइमर (Alzheimer Test)
महिलाओं को अल्जाइमर का भी टेस्ट करवा लेना चाहिए। इस बीमारी का कारण शरीर में एपीओई जीन होता है और इसलिए आनुवांशिक टेस्ट (tests for women) में इसका टेस्ट भी किया जाता है। इससे ये पता लगाया जा सकता है कि आप कही अल्जाइमर का शिकार तो नहीं होने वाली हैं। इसलिए समय रहते इस टेस्ट को कराना बेहद जरूरी है।
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