
चिकना, तला हुआ भोजन पचने में अधिक समय लेता है और पेट पर दबाव डाल सकता है. जिससे एसिड रिफ्लक्स बढ़ जाता है.खट्टे फल, टमाटर से भरपूर फूड आइटम, सिरका अत्यधिक अम्लीय होते हैं और अन्नप्रणाली को परेशान कर सकते हैं. हींग का पानी- अगर आपको खट्टी डकारें आती हैं तो हींग का पानी पिएं. हींग का पानी पीने से पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और खट्टी डकारें से राहत मिलती है. इसके लिए 1 गिलास गुनगुना पानी लें और उसमें 1 चुटकी हींग मिलाकर पी लें. इससे आपको कुछ ही देर में आराम मिल जाएगा.

कैफीन और शराब दोनों ही निचले एसोफेजियल स्फिंक्टर को आराम दे सकते हैं. जिससे पेट में एसिड वापस आ सकता है.कार्बोनेटेड ड्रिंक जिसे पीने से बुलबुले होते हैं पेट में सूजन और दबाव पैदा कर सकते हैं. जिससे लक्षण और खराब हो सकते हैं.

सौंफ खाएं- सौंफ पेट के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है. सौंफ खाने से गैस, एसिडिटी और खट्टी डकार की समस्या से राहत मिलती है. सौंफ पाचन एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ाती है और भोजन को पचाने में आसानी करती है. सौंफ खाने से गैस, एसिडिटी, पेट फूलना और खट्टी डकार की समस्या से राहत मिलती है. खाना खाने के बाद आधा चम्मच सौंफ खाएं.

पुदीने की चाय- अगर आपको खाने के बाद गैस और खट्टी डकारें आती हैं तो इसके लिए पुदीने की पत्तियों का इस्तेमाल करें. पुदीने की पत्तियों की तासीर ठंडी होती है, जो सीने की जलन को शांत करती है और एसिडिटी को कम करती है. इससे खट्टी डकारें और गैस से भी राहत मिलती है.

जीरे का पानी पिएं- जीरे को पाचन के लिए भी अच्छा माना जाता है. अगर आपको खाने के बाद खट्टी डकारें आती हैं तो जीरे का पानी पिएं. इससे पाचन तंत्र दुरुस्त होगा और आपको गैस, एसिडिटी और खट्टी डकारें से छुटकारा मिलेगा. आप 1 गिलास पानी में एक चम्मच पाउडर मिलाकर पी सकते हैं.

अदरक चबाएं- अदरक को पेट के लिए अच्छा माना जाता है. खट्टी डकारें आने की स्थिति में अदरक का सेवन फायदेमंद होता है. अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं. अदरक का जूस पीने से गैस, एसिडिटी और खट्टी डकारें की समस्या से राहत मिलती है.
Published at : 19 Feb 2025 06:59 PM (IST)