हमने अक्सर सुना है कि माता-पिता की हाइट का असर (how to increase kids growth) बच्चों पर पड़ता ही पड़ता है। लेकिन फिर कोई ऐसा बच्चा भी दिखता है कि जिसके माता-पिता कद में छोटे या औसत हैं, लेकिन वह काफी लंबा हो। या फिर इसका उल्टा।
विज्ञान विरोधाभासों को दूर करने का नाम है। इसीलिए नई खोज होती रहती है और हमें अपने सवालों के जवाब वक्त-वक्त पर मिलते रहते हैं। ऐसा ही एक टॉपिक है जीनेटिक्स। हमने अक्सर सुना है कि माता-पिता की हाइट का असर बच्चों पर भी पड़ता है। लेकिन फिर कोई ऐसा बच्चा भी दिखता है कि जिसके माता-पिता हाइट में छोटे या औसत हैं, लेकिन वह काफी लंबा होता है। या फिर इसका उल्टा। अब यहां सवाल यह उठता है कि फिर जींस का इसमें क्या रोल है और अगर ये तथ्य पहले से स्थापित है कि माता- पिता से ही बच्चे को हाइट (how to increase kids growth) मिलती है, तो फिर ऐसे उदाहरण क्यों मिलते हैं? आज इसी सवाल का सही जवाब ढूंढने की कोशिश करेंगे, एक्सपर्ट और रिसर्च की मदद से।
बच्चे की हाइट पर जींस का कितना असर ( parents height affects children)
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ जेनेटिक्स में प्रोफेसर डॉक्टर आर सोमेश्वर राव बताते हैं कि यह सच है कि बच्चे को अपनी हाइट ज्यादातर मां-बाप के जीन से मिलती है। यानी जो जीन माता-पिता के पास होते हैं, वही बच्चे में ट्रांसफर होते हैं। लेकिन इसमें सिर्फ जीन का ही खेल नहीं होता, बच्चा क्या खाता-पीता है, उसका खानपान और उसकी सेहत (how to increase kids growth) भी उसकी हाइट में योगदान करते हैं।
अब इसमें भी एक ट्विस्ट है कि बच्चों में पिता की हाइट का ज्यादा प्रभाव पड़ता है, खासकर अगर बच्चा घर में सबसे लंबा हो। वहीं, अगर बेटी या बेटा सबसे छोटा है, तो मां की हाइट का असर थोड़ा ज्यादा दिखता है। लेकिन यह आंकड़ा अस्सी और बीस का है। यानी हमने जो पढ़ाई की है वह यह कहती है कि ऐसा अस्सी प्रतिशत मामलों में होता है। बाकी बीस प्रतिशत के लिए आप प्रीडिक्ट नहीं कर सकते। यानी ऐसा कि इन केसेस में फर्क नहीं पड़ता कि माता या पिता की हाइट (how to increase kids growth) कितनी है, बच्चे में ऐसे जींस मिल सकते हैं जो उसे और लंबा या और छोटा भी बना दे।
क्या मां और बाप का असर बच्चों पर अलग पड़ता है
साइंस डाइरेक्ट ने पिछले दिनों इस पर एक स्टडी के नतीजे छापे थे। स्टडी में कुल 1113 पुरुष और 1036 महिलाओं को शामिल किया गया था। इस में यह पाया गया कि परिवार में सबसे लंबी संतान की हाइट में पिता की हाइट का सबसे ज्यादा योगदान था। जबकि सबसे छोटी बेटी की हाइट में मां की हाइट का सबसे ज्यादा योगदान था। रिपोर्ट यह कहती है कि बेटे की लंबाई बढ़ने (how to increase kids growth) की सूरत में ये आंकड़े और नतीजे ज्यादा सटीक थे।
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क्या पर्यावरण भी है जिम्मेदार? ( is atmosphere responsible for growth)
यह सही है कि हाइट जींस पर निर्भर होती है, यानी यह हमारे माता-पिता से जुड़ी होती है। ये बात पिछले 100 साल से थ्योरी के तौर पर है। जुड़वां बच्चों पर की गई स्टडीज से पता चला कि शिशुओं की हाइट में जेनेटिक असर कम होता है। लेकिन जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, ये असर बढ़ने लगता है और किशोरावस्था और वयस्कता में ये 0.70 से 0.90 तक पहुंच जाता है, यानी इस उम्र में हाइट पर जेनेटिक असर (how to increase kids growth) ज्यादा दिखता है।

स्टडी यह भी कहती है कि जींस किसी भी बच्चे के हाइट (how to increase kids growth) पर वर्क करेंगे या नहीं, ये बहुत हद तक पर्यावरण पर भी निर्भर है। स्टडी के नतीजे कहते हैं कि 12 साल की उम्र तक अगर बच्चे खराब पर्यावरण में रहे या उन पर प्रदूषण जैसे फ़ैक्टर्स का बुरा असर हुआ तो फिर 16 साल की उम्र में जब जींस हावी होती हैं और हाइट पर उसका असर दिखने की बारी आती है तो यह असर कम हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि पर्यावरणीय कारण बच्चों के जींस पर भारी पड़ जाते हैं। अर्थात हाइट पर पर्यावरण का असर पड़ता है।
तो फिर भारी कौन, जींस या अन्य फ़ैक्टर्स (how to increase kids growth)
प्रोफेसर सोमेश्वर राव कहते हैं कि इस सवाल का जवाब सीधा नहीं है। इसका कारण ये है कि जीनेटिक्स पर अब तक स्टडीज का सिलसिला पूरा नहीं हो सका है। फिर भी जो कुछ बातें सामने आई हैं वो यह कहती हैं कि किसी व्यक्ति की हाइट का करीब 80 प्रतिशत हिस्सा उनके DNA में मौजूद जेनेटिक बदलावों से तय होता है, लेकिन ये बदलाव किस जीन में होते हैं और ये कैसे हाइट को प्रभावित करते हैं, इसे पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है।

अब कुछ कम पाए जाने वाले जीन वेरिएंट्स (gene variants) का हाइट पर बहुत बड़ा असर होता है, जैसे FGFR3 जीन में बदलाव से अचोंड्रोप्लासिया (achondroplasia) नामक एक दुर्लभ स्थिति होती है, जिसमें व्यक्ति की हाइट छोटी हो जाती है। ऐसे केस में इससे फर्क नहीं पड़ता कि पैरेंट्स की हाइट क्या थी।इसका उल्टा भी है। अब तक 700 से ज़्यादा ऐसे जीन वेरिएंट्स मिल चुके हैं, और आने वाले समय में और भी जीन वेरिएंट्स मिल सकते हैं, जो ये साबित करते हैं कि माता- पिता की हाइट भले ही कम हो लेकिन बच्चों में इन वैरिएंट्स की वजह से उनकी हाइट बड़ी (how to increase kids growth) हो सकती है।
इन वेरिएंट्स में कुछ जीन ऐसे होते हैं जो डायरेक्टली या इनडायरेक्टली उस कार्टिलेज को प्रभावित करते हैं जो ग्रोथ प्लेट्स (growth plates) में होती है। ये प्लेट्स हड्डियों के लंबाई को बढ़ाने का काम करती हैं, खासकर बच्चों के पैर और हाथों में जिससे बच्चों की हड्डियाँ लंबी होती हैं। इसका असर जाहिर है कि उनके हाइट पर भी पड़ता है। लेकिन अभी किसी एक निष्कर्ष पर पहुंचा जाए, ये जानकारी उतनी पर्याप्त नहीं हो सकी है।
अगर आप अपने बच्चों का कद बढ़ाना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें (how to increase kids growth)
1. सही खाना (how to increase kids growth)
बच्चों को कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर खाना खिलाना चाहिए। जैसे दूध, दही, अंडे, हरी सब्ज़ियाँ और फल। इससे हड्डियाँ मज़बूत होती हैं और हाइट बढ़ने में मदद मिलती है।
2. खेल-कूद
बच्चों को खेलने के लिए (how to increase kids growth) कहें। दौड़ना, कूदना, स्विमिंग या बास्केटबॉल जैसे खेल हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और हाइट को भी बढ़ाते हैं।
3. योग और स्ट्रेचिंग (how to increase kids growth)
कुछ आसान योग आसन जैसे ताड़ासन और हलासन बच्चों के लिए फायदेमंद होते हैं। ये उनकी हड्डियाँ और मांसपेशियाँ बढ़ाने में मदद (how to increase kids growth) करते हैं।
4.अच्छी नींद
बच्चों को पूरी और अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। रात को 8-10 घंटे सोने से शरीर ठीक से बढ़ता है और हाइट (how to increase kids growth) भी बढ़ती है।
5. धूप में वक्त बिताने को कहिए (how to increase kids growth)
धूप से शरीर को विटामिन D मिलता है, जो हड्डियों के विकास के लिए जरूरी है। बच्चों को रोज़ थोड़ी देर धूप में खेलने भेजें।
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